Friday, July 26, 2024
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Love Shayari ! Love Shayari in Hindi for Girlfriend

Love Shayari ! Love Shayari in Hindi for girlfriend

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Love Shayari

तुम्हारी याद में मरता हूँ सूरत अब दिखा जाओ।
रहे मर हम जख्म पर आकर मरहम लगा जाओ।
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जरा यह तो बताओ पास आओगे या न आओगे।
तुम्हारी याद में रोता हूं अब कब तक रुलाओगे।।
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एक दिन पछताओगे जोरो जुल्म ढाने के बाद।
याद लाओगे मेरी तुम मेरे मर जाने के बाद ।।
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करते-करते थक गये हैं हम तो दिल में इंतजार।
है यही अफसोस तेरा पा सके न दिल का प्यार।
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क्या कहूं महबूब तेरी मस्तियां और शोखियां।
चाहने वाले मिटा बैठे हैं तुझ पर हस्तियां।
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रास्ते मैं जब खड़ा होता हूँ तुमको घेरकर,
तुम चले जाते तभी रास्ता बदल मुंह फेरकर।।
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कब तलक डालोगी मुझ पर ऐ सनम जुल्मा सितमः ।
कब तलक रहते रहेंगे जुल्म अपने दिल पै हम॥
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दिल ये नाजुक है जो जलकर खाक में मिल जाएगा।
ऐ सितमगर फिर तुम्हारे हाथ में क्या आएगा।
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हे फंसा फंदे में बुलबुल मत सितम सैयाद कर।
मैं दीवाना हूं तेरा मत इस तरह नशाद कर।
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ठोकरें जब खा रहा हूं तेरी खातिर दरबदर।
देखले परदा उठाकर अब तो मुझको इक नजर ॥
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देख कर सूरत तेरी तस्कीम दिल को आएगी।
दिल हमारे में सनम इक रोशनी हो जाएगी।
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अब तलक इतना सताया अब सताना ।
अब बुते बेपीर अब तो जुल्म ढाना छोड़ दे॥
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वादा वफा का करके इतनी बेवफाई छोड़ दे।
हर किसी से दोस्ती और आशनाई छोड़ दे॥
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रकीबों के तुम्हें जब साथ चलते देखता दिलवर।
तो लगती आग सीने में, तड़फता आह को भरकर ।
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लोग कहते हैं – जन्नत है मोहब्बत का मजा।
मगर हम यूं ही मोहब्बत में जल जाते हैं।
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हम बदनसीब नहीं और तो आखिर क्या है? ,
रज में दस्तों को बैठे जो मले जाते हैं।
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जमाना हंसता है, रूसबाई सभी करते है
सभी हम देखते हैं आह नहीं भरते है
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न जाने फिर भी क्यों रूठे हुए हो मुझसे दिलवर
डालते एक इनायत की नजर भी न इधर
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दबाकर बैठा हूं सहता हूं दिल में दर्दै जिगर ।
कहं किससे कि न हमदर्द कोई आता नजर
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जल्फे जन्जीर में दिल मेरा जकड लिया
सख्त अफसोस है इस पर न जरा रहम किया।
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करके खबर देख कि इस दिल को खबर क्या होगा।
तुम जो न देखोगे तो इसका हशर क्या होगा।
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याद कर करके तुझे इस तरह मर जाऊंगा।
न कुछ कह पाऊंगा, तेरी न कुछ सुन पाऊंगा।
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शक्ल जब से है सनम तेरी समाई दिल में।
तब से हर वक्त दिल में ख्याल तेरा रहता है।
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हसीनों के फंदे से बचकर के रहना।
इन्हें चाहता जो उसी को सताते।।
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हजारों जो इनकी मिन्नत उठाते।
उन्हीं पर , हजारों सितम जुल्म ढाते॥
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दुनियाँ में है अजीब ये बीमारी इश्क की।
ताजिन्दगी जाती नहीं जिसको भी ये लगी।
 

Love Shayari in Hindi

 
 
इश्कबाजी वह करे कि उम्रभर जलना जिसे।
सोच और शशपंज में हाथों में ही मलना जिसे ॥
**
आँखों से देख लो कि मोहब्बत का यह मजा।
मिन्नत उठाके भी मिले जिल्लत की यह बद सजा॥
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इश्कबाजी के ये अन्जाम हुआ करते है।
ठाकर खाते हैं, बदनाम हुआ करते हैं।
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महबूब की गली है वो जन्नत से नहीं कम।
जन्नत हमें , न चाहिये है, चाहिये सनम॥
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जादू की इक कशिश है, सनम की निगाह में।
जिसने भी देखा हो गया दीवाना चाह में॥
**
जो गुजरते हुश्नवालों के नहीं होकर करीब।
बेशक हों दौलतमंद लेकिन समझो उन्हें बदनसीब॥
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दुनियां में जिन्दगी का मजा है उसे मिला।
पहलू में जिसके हो कोई माशूक खुशनुमां॥
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समझ लो कि वो एक पत्थर का दिल है।
कि जिसमें जरा भी मोहब्बत नहीं है।
**
मोहब्बत है जहां समझो कि वहीं जन्नत है।
वही दोजख है जहां पर नहीं मोहब्बत है।
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हसीनों की कदर वह जानते जिसमें मोहब्बत है।
अदा हर एक उनकी आशिकों को एक न्यामत है।
**
हर अदा पर मिटते देखे दिल में आशिक जार है।
समझते माशूक की जो गालियों को प्यार है॥
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हुश्नों शबाव में है खुदा ने जहर भरा।।
आँखों से जिसने देख लिया दिल से मर गया॥
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कुछ लोग हसीनों को बताते बुरी बला।
देखा जिसे भी हश्न पै दीवाना हो चला॥
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खंजर में धार वह नहीं जो है निगाह में।
जिसने नजर मिला ली वह बेमौत मर गया।
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हैरत है निकलते भी नहीं वह करीब से।
नफरत वो इतनी कर रहे हैं बदनसीब से।
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देखो तो नजर भरके जरा उनकी नजाकत।
रक्खा जर्मी पै पाम तो बल खा गई कमर ॥
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हर एक बशर है दिल से तलबगार दीद का।
सब देखते बगीर हैं ज्यों चांद ईद का॥
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खुदा बख्शा है क्या तूने गजब का फन हसीनों को।
ने इनको देर लगती है हजारों दिल चुराने में।
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तुझे मैं चांद कहूं  या कहूं सूरज कि किरन।
दख जो लेता है हो जाता वही दिल रोशन॥
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इतना करो न नाज ये हुश्नों शवाब का।
तुमसे हसीन और भी आये चले गये।
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न रहता कुछ यहां कामय ये दुनियां आनी जानी है।
फकत नेकी-बदी की इक बनी रहती कहानी है।
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जिन्दगी दे खुदा तो दिल में ये तो ध्यान रहे।
कोई अच्छा न कहे गर तो बुरा भी न कहे।
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दो दिन की जिन्दगी है करे किसकिए मिजाजा
ढल जाये हुस्न तो न रहें ये अदा ओ नाज॥
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नाशादियां हजार सही अब तो मुझे शाद कर।
पहलूं मैं आके ओ सनम पूरी मुराद कर॥
है आरजू सनम यही पर्दे को उठा दो।
बेपर्दा, हो के अपनी शक्ल अब तो दिखा दो॥
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जो कह चुके हैं पूरा वह इकरार करेंगे।
तेरे सिवा किसी से नहीं प्यार करेंगे।
**
तू जिन्दगी सनम मेरी, तू जान है मेरी।।
पर ही सनम जिन्दगी कर्बान है मेरी॥
 

Romantic love Shayari

तेरी याद दिल से भुलाई नहीं जाती।
तूने जो लगाई है आग बुझाई नहीं जाती।
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जाये तो कहां जाये ये बीमारे इश्क का।
यह दिल है फकत तेरे तलबगार इश्क का॥
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ना ख्याल भूलता है, सुबह शाम तुम्हारा।।
हर वक्त जुबां पर है रहे नाम तुम्हारा॥
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कुछ भी फिकर तुम्हें नहीं है मेरे हाल की।
हम याद किया करते हैं तुम भूल गये हो॥
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खाकर के कसम कहता हूं मैं तुझसे बाखुदा।
दिल में खटक रहा सनम होना तेरा जुदा॥
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सोने में सजाकर रखी तस्बीर तुम्हारी ।
तुम मेरी जिन्दगी हो, हो तकदीर हमारी॥
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ज़िंदगी भर यह तुम्हारा साथ छोड़ेंगे नहीं।
हाथ से पकड़ा है जो यह हाथ छोड़गे नहीं।
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ले नाम तुम्हारा ही पुकारेंगे बार-बार
रूठोगे अगर फिर भी मनायें हजार बार
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आहों के असर से है फौलाद पिघल जाता।
बलबुल जो तड़फती है सैयाद पिघल जाता
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हर बशर हो डालता चाहत भरी नजर।
इससे ही चढ़ दिमाग गया आसमान पर॥
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नजर फेरकर जो निकलना था तुमको।
तो पहले भी नजरें मिलाना नहीं था ।
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अगर साथ चलना था गैरों के तुमको।
मुझे फिर तो अपना बनाना नहीं था
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तेरी की यादगारी में बनकर आवारा।
गुजर दर-बदर आह भरना पड़ेगा।
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चलते हैं वह बेनकाब होकर, जिगर हजारों ही पाक होंगे।
नाजोअदा की बिजली, हजारों दिल जलकर खाक होंगे।
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जो भूल से भी नजर से अपनी, है जिसने तेरा शबाब देखा।
आहै दिल से दीवाना तुझ पर, उसी का खाना-ए-खराब देखा॥
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जो फल तेरे शबाब के हैं, वो खार बनकर खटक रहे हैं।
करी है चाहत जिन्होंने तेरी, आवारा बन वह भटक रहे हैं।
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न मैंने अब तक है जान पाया, तुम्हारा दिलवर ख्याल क्या है।
जुबां मुबारिक से आशिकों का, कभी न पूछा कि हाल क्या है।
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करी खुशामद उठाई मिन्नत, सहा है जुल्मो सितम तुम्हारा।
मगर न तुमने नजर उठाकर, करम का अपने किया इशारा॥

New love Shayari

 
सनम कयामत के दिन भी दिल से,
तुम्हारी उल्फत का दम भरेंगे।
सजा हसीनों की हम को दे दो,
खुदा से ये इल्तजा करेंगे।
**
हमें मोहब्बत है जितनी तुमसे,
उसे हशर तक निभायेंगे हम।।
खुदी जो बख्शेगा तुमको दोजख,
तो साथ तेरे ही जायेंगे हम।।।
**
सनम ये कहता हूं सच मैं तुझ से,
खुदा बक्श दे मुझे जो जन्नत।
जो जानां जन्नत छोड़ करके,
मैं मांग लूँगा तेरी मोहब्बत
**
तुम कर लो कितनी ही बेवफाई,
तुम्हें नहीं हम खफा करेंगे।
बदल न सकते हैं अपनी आदत,
जफा के बदले बफा करेंगे।
**
जलता हुआ देखा नजर से मेरे अरमानों का बाग ।
तब रकीबों के घरों में जल गये घी के चिराग॥
**   
तुमसे बेशक दिलदार मेरे, मंजूर है रहना दूर मझे।
पर पास रकीबों के रहना, होगा न कभी मंजूर मुझे
**
जिस वक्त तुम्हें देखू रकीबों के साथ में।
रह जाता हूं अफसोस से मलकर हाथ मैं।
**
चाहो जो मारना ही करो सर मेरा कलम।
हंस हंस के जान दे देंगे ना उफ करेंगे हम।
**
मैं प्यार का प्यासा हूं दिलवर, जो चाहो सो गमवार करो।
चाहो तो मुझको ठुकराओ, चाहो तो मुझको प्यार करो॥ 
**
क्या लाजवाब यह हुस्न तेरा, जो देखे कहे नियामत है।
आशिकों पै नखरों नाज तेरा, बरपा कर रहा कयामत है।
**
रहने दो चलाने को थे सनम, खंजर ये तेज निगाहों का ॥
काफी है कतल करने के लिए,
काजल ये कटीला आँखों का॥
**
हरम हो, मदरसा, हो. दैर हो मस्जिद कि मैखाना।
यहाँ तो सिर्फ जलवे की तमन्ना है, कहीं आना।
**
मुरत्तिब कर गया एक इश्क का कानून दुनियां में।
वो दीवाने है जो मंजनू को दीवाना बताते हैं।
**
उभर के कहता है जीवन, शबाव में उनसे।
हुजूर रखेंगे कब तक दबा-दबा के मुझे॥
**
जो इश्क ने बख्शी है, हकीकत की जिन्दगी है।
जो उससे पहले गुजरी, वोह जिन्दगी नहीं है।
**
ऐ इश्क देख हम भी हैं, किस दिल के आदमी।
मेहमां बनाके गम को कलेजा खिला दिया।।
**
जब तक हो दिल की दिल में, मोहब्बत की बात है।
लव पै जो आ गई तो कयामत की बात है।
**
ये जानता हूं, उनकी मोहब्बत फरेब है।
लेकिन फरेब भी तो मोहब्बत की ही बात है।
**
काबा भी हम गये, न गया पर बुतों का इश्क
इस दर्द की, खुदा के भी घर में दवा नहीं।
**
हम इश्क मारों का, इतना ही फंसाना है।
रोने को नहीं कोई, हंसने को जमाना है।
**
खुशी से कहते हैं ये भी मेरा ही आशिक था।
वो देखते है नई जिस मजार की सूरत॥
**
जिसकी जिल्लत में भी इज्जत है, सजा में भी मजा है।
कुछ समझ में नहीं आता कि महब्बत क्या है।
**
अपनी तबाहियों का मुझे, कोई गम नहीं।
तुमने किसी के साथ. मोहब्बत तो निभा दी॥
**
इश्क करना है तो फिर इश्क की तौहीन न कर।
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